आज महान समाज सुधारक, नारी शिक्षा के पुरोधा और सामाजिक समता के लिए जीवनभर संघर्ष करने वाले महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती के अवसर पर देशभर में उन्हें श्रद्धा और सम्मान के साथ याद किया जा रहा है।
महात्मा फुले ने उस दौर में नारी शिक्षा और दलित उत्थान की अलख जगाई, जब समाज रूढ़ियों और भेदभाव की बेड़ियों में जकड़ा हुआ था। उन्होंने शिक्षा को अज्ञानता रूपी अंधकार को मिटाने वाली ज्योति बताया और पूरे जीवन भर इस प्रकाश को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाने का कार्य किया।
उनका यह विचार — “शिक्षा ही वह ज्योति है जो अंधकार को मिटाकर समाज को आगे ले जाती है,” — आज भी हमें सामाजिक चेतना और समानता की दिशा में प्रेरित करता है।
महात्मा फुले की जयंती पर हम उन्हें कोटि-कोटि नमन करते हैं और उनके आदर्शों को जीवन में आत्मसात करने का संकल्प लेते हैं।